Patang aur Us ki Dori....
पतंग कट गई
उड़ गई डोरी अकेले
साथ देने का वायदा जो किया था
वो डोरी आज है कहीं
पतंग है कहीं और
इस पतंग के संग रही डोरी
इस डोरी ने उड़ना तो सिखा ही
संग दिया उड़ने का भरोसा भी
सिखा डोरी ने जीना
तो सिखाया जीना भी
सहना ढेर सा
सह पाना उस से ज़्यादा
उस सहने की हिम्मत गई जब थम
उड़ गए वो अकेले अकेले
अपनी दिशा की ओर...
पतंग और पतंग की डोरी...
© Vim
July 03 2008
4.33 AM
3 Signature:
Very well written ... a very vivid image it conveys.
Self explanatory, Simple and refreshing to read. Loved the line, "उस सहने की हिम्मत गई जब थम
उड़ गए वो अकेले अकेले"
- Varun -
Thanks Sunriser...you know it well buddy...vividness is sometimes life na...
Varun, Thanks...I am trying to see other side of the coin, its not easy but am trying...:)
V
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