Shadows of Life

"Welcome to my personal space. Please read, enjoy and don't forget to comment - Life is too short to wake up with regrets."

Main Aur Meri Kavita....

11:17 Posted by Shadows of life

मै और मेरी कविता
रोये तुम्हारे वास्ते
तुम रो न सके
न मेरे लिए
न मेरी कविता के वास्ते

मेरा इक, बस इक
आंसू टपका था जो एक बार
तुम्ही ने तो दिया था मुझे कर बेहाल
उस हालत में खा के कसम कहा था
कि आंसू तब टपके अब, गर तुम जिंदा न रहो तो...
तुम रह गए जिंदा और मैं पीती गई आंसू
उन रुके आन्सुयों में डूबी मैं,
भूला न पाई दर्द भी तेरा, प्यार भी मेरा......

और रोती रही दिन रात
बिन आंसू बिन चाह
मेरी कविता तेरे वास्ते
और मेरा प्यार मेरे ख़ुद के वास्ते...

© Vim

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Sunriser. said...

I guess our saddest intense thoughts bring out the most beautiful poetry.

Anonymous said...

शैली ने ठीक कहा है Our sweetest songs are those that tell of saddest thought
हिन्दी में और नियमित रूप से लिखिये।

Shadows of life said...

Shukriya Unmukt..really appreciate your interest in Hindi...love few posts of yours too...

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